अंबेडकर नगर, दिसम्बर 1 -- अम्बेडकरनगर। क्षेत्र के घाघूपुर में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। प्रवाचक बालमुकुंद शास्त्री ने रविवार को राजा परीक्षित के जीवन और ब्राह्मण श्राप के प्रसंग का कथा श्रोताओं को सुनाया। प्रवाचक ने कहा कि मनुष्य से गलती होना कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन समय रहते उसका सुधार और प्रायश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। यदि समय रहते सुधार नहीं किया गया, तो वही गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है। भागवत कथा जीवन में नैतिक शिक्षा, प्रेम और करुणा का महत्व समझाती है। भगवान की भक्ति जीवन में न केवल कठिनाइयों का समाधान देती है, बल्कि आत्मा को सशक्त और उन्नत भी बनाती है। कहा कि पांडवों और राजा परीक्षित के जीवन में श्रीकृष्ण की कृपा को भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कलियुग के प्रभाव के कारण परीक्षित ऋषि से श्रापित हो जाते हैं,...