बागपत, फरवरी 8 -- तिलवाडा गांव में चल रहे उत्खनन कार्य में निकल रहे मनकें, बीड्स अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण हैं। ये ज्यादातर उसी तरह के हैं जैसे सिनोली से प्राप्त हुए हैं। वहीं कुरड़ी गांव में चल रहे उत्खनन कार्य में भी मानव बस्ती के प्रमाण पुष्ट होने शुरू हो गए हैं। दरअसल, 11 दिसम्बर को छपरौली के तिलवाडा गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा उत्खनन कार्य शुरू किया गया था। अधीक्षण पुराविद विनोद कुमार रावत के निर्देशन में यहां के आला टीले पर जगह-जगह ट्रेन्च लगाकर उत्खनन कार्य शुरू किया गया था। एक ट्रेन्च से शवाधान केंद्र से मिलते जुलते प्रमाण मिले हैं। बड़ी ईंटों का चबूतरा, मिट्टी के बड़े पात्र, हड्डियों के अलावा बीड्स और मनकें मिले हैं जो काफी दुर्लभ हैं। हालांकि सिनोली साइट से इस तरह के मनकें बहुतायत में मिले थे। हार के रूप में ये मनके...
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