कोटद्वार, फरवरी 26 -- प्रदेश के महाविद्यालयों में कार्यरत अस्थायी, संविदा प्राध्यापकों ने चार सूत्रीय मांगों के निराकरण को लेकर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को ज्ञापन भेजा है। कहा कि सभी संविदा, अस्थायी प्राध्यापक यूजीसी के मानकों के अनुरूप नेट, जेआरएफ, पीएचडी की निर्धारित योग्यताधारी हैं। वांछित योग्यता के बाद भी इन प्राध्यापकों के प्रति उच्च शिक्षा विभाग उदासीन है। महाविद्यालयों में कार्यरत अस्थायी, संविदा प्राध्यापकों ने ज्ञापन में कहा कि उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड के अंतर्गत विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में गत दस वर्षों से लगातार वह सेवाएं दे रहे थे। लोक सेवा आयोग की ओर से नियमित सहायक प्राध्यापकों के महाविद्यालय में पदस्थापन एवं चयन के बाद उच्च शिक्षा विभाग की ओर से विभिन्न विषयों के 150 अस्थायी, संविदा प्राध्यापकों को सेवा से बाह...