रांची, अक्टूबर 17 -- रांची, विशेष संवाददाता। उच्च शिक्षण संस्थानों में लंबित कार्यों के निस्तारण और कार्यालयों में स्वच्छता तथा स्थानों के समुचित उपयोग को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 'स्पेशल कैंपेन फॉर डिस्पोजल ऑफ पेंडिंग मैटर्स 5.0' की शुरुआत की गई है। इस अभियान के प्रभावी रूप से निगरानी और कार्यान्वयन का दायित्व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को सौंपा गया है। डेटा संग्रह और अपील अभियान के प्रारंभिक चरण में, देशभर के विश्वविद्यालयों और संस्थानों से गूगल फॉर्म के माध्यम से डेटा एकत्र किया गया। इसमें भौतिक व इलेक्ट्रॉनिक फाइलों, स्क्रैप सामग्री, ई-वेस्ट और अन्य अनुपयोगी वस्तुओं के निपटान की जानकारी ली गई। साथ ही, उन स्थानों की सूची भी तैयार की गई जिन्हें साफ-सुथरा कर उपयोग में लाया जा सकता है। यूजीसी ने यह पाया है कि कई संस्थानों ने ...