गिरडीह, अप्रैल 5 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का समापन शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हो गया। शुक्रवार सुबह निर्धारित समय पर सूर्योदय होने के साथ ही अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद व्रती व उनके स्वजनों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर सुख-समृद्धि की कामना की। शुक्रवार को व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद घाट पर ही पारण कर 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ा। इससे पूर्व अरगाघाट छठ घाट में अर्घ्य देने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। अल सुबह से ही माथे पर दउरा लेकर श्रद्धालु छठ घाट पहुंचने लगे थे। वहीं व्रती व श्रद्धालु महिलाएं छठ गीत गाते हुए छठ घाट पहुंची। जिससे पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा। सुरक्षा को लेकर घाटों पर पुलिस की भी तैनाती की गयी थी। बताया जाता है कि छठ में प्रातकालीन अर्घ्य क...