लखनऊ, जुलाई 21 -- चिकनकारी को परदे के पीछे से पहचान दिलाने वाले हाथों की अपनी कोई पहचान नहीं है। लखनऊ की चिकनकारी को 'एक जिला एक उत्पाद का टैग मिला हुआ है। बावजूद इसके धागे से धागा जोड़कर चिकनकारी को पहचान दिलाने वाले हाथों को उतने भी पैसे नहीं मिल पाते जितने अकुशल निर्माण श्रमिक को दिनभर के मिल जाते हैं। अब चिकनकारी से जुड़ी महिलाओं को उत्पाद बिक्री के लिए अन्तरराष्ट्रीय मंच मिलेगा। 'एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना से जुड़ी 150 महिला उद्यमियों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मिलेगा। ई कॉमर्स पर अपने उत्पादों की बिक्री के लिए इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। चिकनकारी और जरी-जरदोजी से जुड़ी महिला शिल्पकार इस पहल में हिस्सा लेंगी। उपायुक्त उद्योग एमके चौरसिया के अनुसार एक दक्षिण भारतीय कंपनी इन महिलाओं को मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करेगी। यह उत्तर प...