मेरठ, जून 28 -- अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग अब सवालों के घेरे में आ गया है। आरोप है कि जिस कंपनी को यह महत्वपूर्ण टेंडर सौंपा गया, वह नियमों के विरुद्ध चयनित की गई। डीएम ने सीडीओ की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की थी। प्रारंभिक जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। फिलहाल बीएसए के स्पष्टीकरण का इंतजार है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। वैसे मामला गर्माया हुआ है। सीडीओ कार्यालय में शुक्रवार को भी इसकी चर्चा जोरों पर रही। सीडीओ नूपुर गोयल का कहना है जांच में सामने आया है कि चयनित कंपनी ने फर्जी ईएमडी दस्तावेजों के सहारे टेंडर में भागीदारी की थी। बैंक से इस दस्तावेज की पुष्टि कराई गई तो वह फर्जी निकला। जांच में पाया गया टेंडर की अविधि 11 माह की होनी चाहिए, जब...