रांची, सितम्बर 21 -- रांची, संवाददाता। मानव जीवन में मोक्ष का मार्ग भगवत भजन से ही संभव है। मनुष्य को व्यस्ततम समय में भी कुछ वक्त निकाल कर ईश्वर भक्ति करनी चाहिए। इससे संतोष का भाव और आत्मतृप्ति मिलती है। यह ज्ञान हो जाता है कि संपत्ति और विपत्ति आती-जाती रहती है। ये बातें रविवार को महर्षि मेंहीं संतमत सत्संग आश्रम चुटिया में चल रहे ध्यान शिविर में स्वामी बालकृष्ण ने कही। इसका आयोजन संतमत-सत्संग समिति रांची की ओर किया जा रहा है। स्वामी बालकृष्ण ने कहा कि मनुष्य को सदैव सत्संग में आकर ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। अगर संतों का संग नहीं मिले तो उनकी वाणी का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए। परमात्मा वाणी का विषय नहीं है। परमात्मा की प्राप्ति आत्मा से ही संभव है। साधक अपनी सत्य निष्ठा की साधना से ईश्वर को प्राप्त कर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। मौके प...
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