बरेली, नवम्बर 7 -- बरेली। श्रद्धा और भक्ति का पावन मार्गशीर्ष मास छ: नवंबर गुरुवार से प्रारंभ हो गया है। जो चार दिसंबर तक रहेगा। इस महीने में पुण्य के बल पर सभी सुखों की प्राप्ति सुगमता से होती है। इस महीने में नदी में स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। भगवान श्री कृष्ण ने मार्गशीर्ष मास का महत्व गोपियों को बताया था। आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया कि पुराणों के अनुसार मार्गशीर्ष माह से ही सतयुग की स्थापना हुई थी। महर्षि कश्यप ने भी इसी महीने में कश्मीर राज्य की स्थापना की थी। इसी महीने में भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए गीता जयंती इसी महीने में मनाई जाती है। इस मास में गीता का पाठ भी मोक्ष कारक माना गया है।

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