कन्नौज, नवम्बर 6 -- छिबरामऊ, संवाददाता। पूर्वी बाईपास स्थित संत निरंकारी भवन में आयोजित सत्संग में स्थानीय शाखा के मुखी परम पूज्य महात्मा राजकुमार ने कहा ईश्वर की भक्ति में शक्ति होती है, लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए सतगुरु की कृपा होना आवश्यक है। उन्होंने कहा किसी भी मनुष्य को अहंकार नहीं करना चाहिए। मनुष्य जब विपरीत परिस्थितियों से गुजरता हैं तो वो ईश्वर को याद करता है। इससे उसको शांति तो मिलती है लेकिन मुक्ति नहीं मिलती। इस लिए कहा भी गया है कि दुख में सुमिरन सब करे सुख में करे ना कोय, जो सुख में सुमिरन करे तो दुख काहे को होय। अगर मनुष्य को मोक्ष पाना है तो सत्संग में जाना जरूरी हैं क्योंकि वहां पर जीवन जीने का सही मार्गदर्शन किया जाता है और सतगुरु की प्राप्ति होती हैं। जब पूर्ण सतगुरु मिल जाते है तब ईश्वर की सही पहचान होती हैं और सही...
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