अररिया, नवम्बर 26 -- भरगामा, एक संवाददाता सुकेला जमुवान में आयोजित बिहार प्रांतीय भारती संतमत सत्संग का 23वां वार्षिक विशेषाधिवेशन के समापन मौके पर स्वामी वेदानंद जी महाराज ने कहा कि आवागमन के समान कोई दु:ख नहीं है। सभी दु:खों में यह प्रधान दु:ख है। इसे हटाने के लिए प्रभु के पास जाना होगा। एक ईश्वर पर अटल विश्वास होना चाहिए। परमात्मा की प्राप्ति अपने ही अंदर होता है। जब दर्शन होता है तो जीव का कल्याण हो जाता है। उन्होंने कहा कि घट-घट में परमात्मा का निवास है। भक्ति का मार्ग सूक्ष्म मार्ग होकर जाता है। ईश्वरकी भक्ति से भक्ति रस का पान होता है। झूठ, चोरी,हिंसा,नशा, व्यविचार,का त्याग हर मानव को करना चाहिए। इधर सत्संग कार्यक्रम में अन्य संत महात्मा ने भी अपने प्रवचन दिए। सत्संग कार्यक्रम से सुकेला जमुवान भक्ति का माहौल रहा। सत्संग प्रेमियों न...