फिरोजाबाद, दिसम्बर 20 -- फिरोजाबाद। अखिल भारतीय सोहम महामण्डल शाखा फिरोजाबाद के 46वें भव्य आयोजन के पांचवें दिन विराट संत सम्मेलन में सोहम पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद महाराज ने भक्ति के वास्तविक और शाश्वत स्वरूप पर विस्तार से प्रकाश डाला। भक्त प्रहलाद की भक्ति को अनन्य और आदर्श बताया। सोहम पीठाधीश्वर ने कहा कि भक्ति केवल कर्मकांड नहीं बल्कि मन, वाणी और आचरण की पूर्ण शुद्धता से जुड़ी निष्काम साधना है, जिसमें ईश्वर का निरंतर स्मरण ही सच्ची भक्ति है और यही मानव जीवन को सही दिशा व आत्मिक शांति प्रदान करता है। स्वामी सत्यानंद महाराज ने भक्त प्रहलाद का उदाहरण देते हुए कहा कि जीवन में कितनी ही कठिनाइयां और कष्ट क्यों न आएं, यदि भक्ति अडिग और निष्काम हो तो प्रभु स्वयं अपने भक्त की रक्षा करते हैं, प्रहलाद की भक्ति ने ही उन्हें हर संकट से सुरक्षित र...