गोड्डा, अक्टूबर 13 -- मेहरमा, एक संवाददाता। अध्यात्मिक मनुष्य ईश्वर को प्राप्त करता चाहता है। जो अध्यात्म को प्राथमिकता देता है, उसका जीवन हमेशा सुखी और शांत रहता है। भौतिक पदार्थ को प्राथमिकता देने वाले मनुष्य को संसार में दुख अधिक और सुख कम मिलता है। उक्त बातें आर्य समाज के वैदिक पुरोहित विद्यानिधि आर्य ने रविवार को आर्य समाज मंदिर चपरी में सार्वजनिक रूप से आयोजित साप्ताहिक वैदिक हवन यज्ञ और प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि ईश्वर, जीवात्मा और प्रकृति तीनों अनादी सत्ता है। जीवात्मा शांति और ज्ञान प्राप्त करना चाहता है। वह शरीर धारण करता है तो उसे सुख और दुख दोनों मिलता है। अध्यात्म विद्या, वेद और ऋषि कृत ग्रंथ से मिलता है। जो इसका पालन करता है, वह हजार गुना अधिक सुखी और शांति से अपना जीवन व्यतीत करता है। विद्यानिधि ने कहा कि ईश्वर और...