मोहम्मद आसिम सिद्दीकी, जून 17 -- इजरायल-ईरान जंग शुरू हो जाने के बाद ईरान-इराक समेत देशों में जियारत के लिए जाने वाले जायरीन ठिठक गए हैं। 27 जून से मोहर्रम माह की शुरुआत होगी। इस दौरान विशेष कर शिया मुस्लिम ईरान-इराक जियारत के लिए जाते हैं। बड़ी तादाद में लोग जब प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के माध्यम से हज पर जाते हैं, तो इसके साथ में ईरान इराक समेत अन्य देशों की जियारत का पैकेज भी शामिल करा लेते हैं। इस साल सर्वाधिक महंगा पैकेज होने के कारण इनकी संख्या कम रही। माना जा रहा था कि अतिरिक्त उमरा के साथ इन देशों की जियारत करने वालों की तादाद बढ़ेगी। इसकी शुरुआत तो हो गई है लेकिन तेजी नहीं आई है। हुसैनी फेडरेशन के प्रवक्ता डॉ जुल्फिकार अली रिज़वी ने बताया कि ज्यादातर लोग मोहर्रम या चेहल्लुम के दौरान ईरान इराक और सीरिया जियारत के लिए जाते हैं। पूर्व में...