मुरादाबाद, सितम्बर 9 -- मुरादाबाद। हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद की ओर से मौजूदा कारोबारी संकट को देखते हुए निर्यातकों को निर्यात आय प्राप्त करने की वह समयावधि बढ़ाने की मांग उठाई है जिसके बाद आय प्राप्त होने पर दंडात्मक ब्याज लग जाता है। ईपीसीएच के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा कि हस्तशिल्प निर्यातक एक चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिवेश से जूझ रहे हैं, जिसमें भू-राजनीतिक तनाव, प्रमुख बाजारों में पारस्परिक शुल्क, बढ़ी हुई लॉजिस्टिक्स लागत और अनिश्चित मांग कारक दिक्कतें बढ़ा रहे हैं। ऐसे में निर्यात से आय प्राप्त होने की अवधि को 270 दिनों से बढ़ाकर 360 दिन किया जाए।

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