चित्रकूट, दिसम्बर 31 -- चित्रकूट। संवाददाता कोषागार घोटाले से संबंधित दस्तावेजों का पुलिंदा उपलब्ध होने के बाद ईडी छानबीन की शुरुआत कर चुकी है। हालांकि अभी ईडी की टीम यहां नहीं आई है। कोषागार के अधिकारियों व कर्मचारियों की घोषित की जानकारी लेने के बाद अब ईडी की नजर अघोषित संपत्ति की तरफ होने की संभावना जताई जा रही है। ज्यादातर कोषागार कर्मियों ने खुद को बचाने के लिए अपनी करोड़ों की कोठियां घोषित आय में नहीं दर्शाई हैं। सात साल के भीतर 93 पेंशनरों के खातों में अनियमित भुगतान कर 43 करोड़ 13 लाख रुपये के घोटाले की जांच में ईडी की इंट्री होने के बाद हलचल तेजी के साथ बढ़ी है। पिछले डेढ़ सप्ताह के भीतर ईडी ने विभागीय स्तर से अनियमित भुगतान से संबंधित दस्तावेज, सभी पेंशनरों व दलालों का ब्योरा आदि लिया है। तीन दिन पहले ईडी के पास कोषागार में शुरुआत स...