बलरामपुर, जुलाई 16 -- बलरामपुर, संवाददाता। उतरौला नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने तालाब की जमीन को पाटने और उसपर कब्जा करने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह जानकारी ईओ नगर पालिका ने 24 जून 2022 को एडीएम बलरामपुर को भेजी थी। जिसमें उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह कहा था कि तालाब की भूमि को छांगुर पटवा रहा है इसे रोका जाय। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों की नींद नहीं टूटी। और उसने अंतत: जमीन पर कब्जा कर लिया। इस बीच छांगुर ने एक बड़ा दांव चला और तालाब की जमीन का बैनामा अपने सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के नाम करके एक करोड़ रुपये ले लिया था। एटीएस का मानना है कि यह कारनामा तहसील कर्मियों की सांठगांठ के कारण हुआ।

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