प्रयागराज, जून 20 -- प्रयागराज, अनिकेत यादव। मोटर इंजनों की दुनिया में एक अहम प्रगति करते हुए मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के विशेषज्ञों ने एक नया इंजन सिलेंडर विकसित किया है, जिसमें पारंपरिक सिलेंडरों की तुलना में 38 प्रतिशत पिस्टन रिंग और सिलेंडर के बीच घर्षण और टूट-फूट में कमी आई है। दावा किया जा रहा है कि इस सिलेंडर से न केवल इंजन की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि ईंधन की खपत में भी कमी आएगी। इस नवाचार से पर्यावरणीय प्रभाव भी घटेगा क्योंकि कम ईंधन खपत का मतलब कम कार्बन उत्सर्जन होगा। यह नया सिलेंडर दोपहिया और चार पहिया वाहनों के इंजन में इस्तेमाल किया जा सकेगा। एमएनएनआईटी की यह उपलब्धि देश के ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए काफी कारगर बताई जा रही है। संस्थान के मैकेनिकल विभाग के डॉ. तेज प्रताप एवं शोध छात्र गोविंद मुरा...