मोतिहारी, फरवरी 22 -- मोतिहारी। भट्ठा संचालक लोगों के आशियाने के सपने पूरे करते हैं, लेकिन हाल के दिनों में वे कई चुनौतियों से जूझ रहे हैं। ईंट उद्योग की सबसे पहली जरूरत मिट्टी और कोयले के लिए कारोबारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रुपये जमा करने के बाद भी उन्हें सब्सिडी पर कोयला नहीं मिल रहा है। सरकारी आवंटन नहीं मिलने से प्रति टन डेढ़ से दो हजार रुपये अधिक खर्च कर उन्हें कोयला मंगाना पड़ रहा है। महंगे दामों पर किसानों से खरीदनी पड़ती है मिट्टी : ईंट भट्ठा संघ के मोतिहारी जिलाध्यक्ष सत्यवीर प्रताप सिंह, सदस्य विजय कुमार सिंह, विजय कुमार यादव, अवधेश प्रसाद, नवल किशोर कुमार, संजय कुमार, सोनेलाल पंडित, पप्पू कुमार, मुकेश कुमार, नागेश कुमार मिश्रा, नवल किशोर प्रसाद यादव व जितेन्द्र सिंह आदि भट्ठा संचालकों का कहना है कि कोयले के आवंट...