जमशेदपुर, नवम्बर 10 -- जमशेदपुर। सुबह-सुबह भात-दाल-लौकी की सब्जी और भात-दाल-सब्जी के साथ मछली खाकर मतदान कर्मी वाहनों पर सवार होकर घाटशिला रवाना हुए। डिस्पैच सेंटर बने कोऑपरेटिव कॉलेज में दो अस्थायी होटल खुल गये हैं। उसमें सुबह के सात बजे ही दाल-भात तैयार मिल रहा था। नाश्ते का खास प्रबंध नहीं होने के कारण बहुत से मतदान कर्मी यही खाते दिखे। बगल में ईंख के जूस की दुकान खुली थी। कुछ मतदान कर्मी वही पी रहे थे।पहले मतदान कर्मियों को सत्तू और चूड़ा आदि दिया जाता था। अब उसका पैसा भी उनके बैंक अकाउंट में डाल दिया जाता है। इसके कारण मतदान कर्मियों को बाहर ही भोजन का इंतजाम करना पड़ता है। बूथों पर रात के खाने का प्रबंध माता समिति की ओर से किया जाएगा। हालांकि दिन में भी बूथ पर पहुंच जाने पर उन्हें खाने का इंतजाम करना होगा।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वी...