मुजफ्फरपुर, मई 12 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। लीची का सीजन शुरू होने जा रहा है। इस साल लीची से करीब दो लाख मजदूरों को रोजगार मिलेगा। तुड़ाई के लिए पहले से ही मजदूर व्यापारियों से संपर्क करने लगे हैं। पुरुष लीची की तुड़ाई करते हैं तो महिलाएं बगानों में पैकिंग के लिए लीची का गुच्छा तैयार करती हैं। महिला मजदूरों को प्रोसेसिंग यूनिट में भी काम मिलता है। वे वहां पल्प के लिए लीची के छिलके और बीज निकालती हैं। बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले में 15 हजार हेक्टेयर में तीन हजार से अधिक लीची के छोटे-बड़े बाग है। छोटे बाग में 25-50 मजदूर और बड़े में 75-150 मजदूर तक की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि औसतन 50 मजदूरों की संख्या जोड़ी जाए तो तीन हजार बागों में डेढ़ लाख से अधिक मजदूरों की जरूरत पड़ती है। इसके अल...