नई दिल्ली, अक्टूबर 17 -- दीपावली भले एक दिन मनाई जाती है लेकिन यह पर्व पांच दिनों का होता है। यानी धनत्रयोदशी से शुरू होकर यम द्वितीया तक। शास्त्रों में इन पांच दिनों को यम पंचक कहा गया है। इन पांच दिनों में यमराज, वैद्यराज धनवंतरि, लक्ष्मी-गणेश, हनुमान, काली और भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विशेष विधान है। धनत्रयोदशी और अमावस्या की तिथि 25 घंटे से अधिक अवधि तक रहने से पंच दिवसीय दीपपर्व लगातार तीसरे साल छह दिनों में पूरा होगा।नरक चतुर्दशी नरक चतुर्दशी को नरका चौदस और हनुमान जयंती के रूप में भी प्रतिष्ठा है। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार इस दिन शाम को चार बत्तियों वाला पुराना दीपक घर के बाहर कूड़े के ढेर पर जलाना चाहिए। इसके पीछे मान्यता है कि स्थान चाहे कोई भी हो शुभता का वास हर जगह है। सुबह सरसों का तेल और उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए। यमरा...