नई दिल्ली, अगस्त 9 -- 'एक प्यार का नगमा है', 'कभी कभी मेरे दिल में', 'फूल तुम्हें भेजा है खत में'. सदाबहार गीतों को अपनी आवाज देने वाले मुकेश की गिनती आज भी कुछ शानदार सिंगर्स में होती है। सिंगर के अधिकतर गाने सुपरहिट रहे। कानों में घुलने वाली इनकी आवाज खूब पसंद की गई। लेकिन क्या आप जानते हैं, एक वक्त ऐसा भी आया जब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के इस सिंगर को संगीतकार ने जोरदार थप्पड़ जड़ दिया था और कॉलर पकड़कर घसीटते हुए रिकॉर्डिंग स्टूडियो तक ले गए थे। इस थप्पड़ ने मुकेश की किस्मत बदल दी।मुकेश के करियर की शुरुआत बात 1940 के दशक की है जब नेशनल स्टूडियो की फिल्म आसरा के लिए संगीतकार अनिल विश्वास को एक नए सिंगर की तलाश थी। मशहूर हीरो मोतीलाल दिल्ली से एक लड़के को लेकर आए जिसका नाम था मुकेश चंद्र माथुर। आवाज में कशिश थी, दिल छू लेने वाला दर्द था, लेक...
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