भागलपुर, जुलाई 14 -- नाथनगर। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि इस वर्ष श्रावण कृष्ण पंचमी 15 जुलाई के दिन है। जिसे चंपा में बेड़ापांच के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष यह तिथि बेहद खास होने वाली है क्योंकि बेड़ा पांच और मुख्य मंदिर में गंध-धूप पूजा एक ही दिन पड़ रहा है। गंध-धूप पूजा के दिन चंपा के मनसा देवी मंदिर में पिंडी कलश रहित होता है और इस दिन कुम्हार के घर जाकर बारी कलश की पूजा की जाती है। मंदिर आकर पांचों देवी मनसा देवी के साथ नेतुला धोबिन की पूजा की जाती है। जानकार हेमंत कुमार ने बताया कि चूंकि इस दिन बेड़ापांच पड़ जाने के कारण नेतुला धोबिन की पूजा का विशेष महत्व बन जाता है। यह तिथि नाग देवता को समर्पित है। देश के कई हिस्सों में इस दिन को नागपंचमी के रूप में मनाया जाता है। जबकि चंपा क्षेत्र में श्रावण शुक्ल पंचमी को नागपंचमी मनाया जाता है। ब...