भागलपुर, नवम्बर 15 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। भागलपुर जिले में बीते चार विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाताओं के रुझान में लगातार विभिन्न कारणों से उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। चुनावी विश्लेषण बताता है कि वोट प्रतिशत में आई बढ़ोतरी और गिरावट का सबसे बड़ा कारण राजनीतिक दलों के बीच बदलते अलायंस रहे, जिनके आधार पर वोटिंग पैटर्न हर चुनाव में प्रभावित हुआ। चुनाव आयोग के 2010 से 2020 तक के विधानसभा चुनावों के आंकड़ों से साफ है कि इस अवधि में मतदाताओं की प्राथमिकताएं बदलती रहीं। कभी एनडीए मजबूत रहा, तो कभी विपक्ष को अप्रत्याशित समर्थन मिला। 2015 के चुनाव में जिले के कई क्षेत्रों में एनडीए विरोधी वोटों का बड़ा ध्रुवीकरण देखने को मिला, जिसके कारण महागठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला था। वहीं जिले की सभी सात सीटों पर एनडीए का सूपड़ा साफ हो गया था। इसके बाद...
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