नई दिल्ली, अगस्त 14 -- सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवारा कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम में डालने के फैसले की पशु प्रेमियों द्वारा काफी आलोचना की जा रही है। दिल्ली के कई इलाकों में कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए मार्च भी निकाले। इन पशु प्रेमियों का मानना है कि कोर्ट का यह फैसला इन बेजबान जानवरों के ऊपर क्रूरता है। हालांकि लोगों के विरोध के बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि पिछले कुछ सालों में कुत्तों द्वारा काटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिसके फलस्वरूप रेबीज जैसी बीमारी की संभावना बढ़ी है। भारत में कुत्तों को लेकर लोगों के मन में जिज्ञासा बढ़ गई है कि बाकी देशों में कुत्तों के हालात कैसे हैं। तो आइए जानते हैं कुछ प्रमुख देशों के बारे में... न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक कुत्तों के मामले में सबसे बेहतर देश हम नी...