देवरिया, अप्रैल 3 -- सोनूघाट (देवरिया), गिरजेश मिश्र। जिला मुख्यालय से 8 किमी की दूरी पर स्थित आहिल्यापुर की देवी की महिमा अपार है। इस मंदिर का निर्माण अंग्रेजों ने कराया था। यहां प्रदेश ही नहीं देश के कोने-कोने से श्रद्धालु शीश झुकाने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि अहिल्यापुर के पास अंग्रेजी हुकूमत द्वारा रेल पटरी बिछाने का कार्य कराया जा रहा था I दिन में जितनी पटरी बिछाया जाती थी वह रात को उखड़ जाता। यह सिलसिला महीनों तक चलता रहा। अंग्रेज अफसरों ने परेशान होकर रात में पहरा लगाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। अंत में एक अंग्रेज अफसर अपने सैनिको के साथ स्वयं पहरा देने के लिए जंगल में छिप गया। रात को देखा कि एक बुजुर्ग आकर एक पिंडी के पास पूजा कर रहा है। अंग्रेज अफसर ने उन्हें पकड़ कर पूछताछ किया तो पता चला कि यहाँ माँ दुर्गा का पिंडी हैं। उनकी महिमा...