नई दिल्ली, फरवरी 9 -- हारे का सहारा कहे जाने वाले खाटू श्याम के मंदिर के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। कहा जाता है कि बाबा अपने भक्तों की सभी मुरादें पूरी करते हैं। लेकिन फाल्गुन मास में आने वाली एकादशी के दिन यहां भक्तों का तांता लगता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन बर्बरीक ने अपना शीश कृष्ण जी को दान में दिया था। वैसे तो हर एकादशी पर भी यहां लाखों की संख्या में भक्त आते हैं, लेकिन फाल्गुन के महीने की एकादशी और द्वादशी  पर यहां लक्खी मेला भी आयोजित किया जाता है। लाखों की संख्या में लोग एकादशी और द्वादशी पर बाबा के दर्शन को आते हैं।  किस तारीख से लगेगा लक्खी मेला

आपको बता दें कि इस साल श्री खाटू श्याम बाबा का मेला फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष को लगेगा। होली से पहले 12 मार्च 2024 से मेले की शुरुआत होगी। यह मेला 10 दिनों तक चलता है। द...