रामगढ़, जुलाई 7 -- गोला, निज प्रतिनिधि। माहे मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर हिजरी कैलेंडर का पहला महीना होता है। मुहर्रम के 10वें दिन को आशूरा कहा जाता है। मुहर्रम का इस्लाम धर्म के चार सबसे पवित्र महीनों में शामिल है। मुहर्रम के दसवें दिन पैगम्बर हजरत मोहम्मद (सल.) के नवासे हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व उनके अहलेखाना को कर्बला के मैदान में शहीद कर दिया गया। कर्बला के मैदान में कुल 72 की शहादत हुई थी। इमाम हुसैन ने इस्लाम धर्म की रक्षा के लिए अपने परिवार के साथ कुर्बानी दी थी। उनकी शहादत को याद करते हुए 10वीं मुहर्रम को मातम मनाया जाता है। मुहर्रम महिने की दशवीं तारीख मजहबे इस्लाम में बड़ा ही मुकद्दस दिन है। दशवीं मुहर्रम को अल्लाह ताअला ने हजरत आदम (अलैह) की तौबा कबूल की। इसी दिन हजरत नूह (अलैह) की किशती यूदी पहाड़ श्रीलंका में सही सलामत पहुंची...