नई दिल्ली, सितम्बर 30 -- यूपी के कानपुर में आई लव मोहम्मद मामले में ऑडियो वायरल कर माहौल बिगाड़ने वाले जुबैर अहमद खान उर्फ जुबैर गाजी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपित ने इस्लाम के अध्ययन और प्रचार-प्रसार के लिए पुलिस की नौकरी से वीआरएस लिया था। पुलिस अब आरोपित के बैंक खाते, प्रॉपर्टी, परिचितों और अन्य कनेक्शन की जांच में जुटी है। वीआरएस के बाद वह ओवैसी की पार्टी में शामिल हो गया। बाद में उसने सपा की सदस्यता ली। आरोपित बरेली के तौकीर रजा के संपर्क में था या नहीं, इसकी जानकारी भी पुलिस जुटा रही है। चर्चा है कि व्हाट्सएप के जरिये वह तौकीर के भी संपर्क में था। आलाधिकारियों ने इस संभावना से पूरी तरह इंकार नहीं किया है। पुलिस आरोपित को फंडिंग के सोर्स की जानकारी कर रही है। रेलबाजार के सुजातगंज स्थित अजमेरी मस्जिद के पास बीते शुक्रवार को जुम...