नई दिल्ली, जुलाई 22 -- मॉनसून सेशन के पहले ही दिन उपराषट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। राषट्र्पति को लिखे पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। हालांकि उनके इस्तीफे को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। विपक्ष बीजेपी पर ठीकरा फोड़ रही है तो बीजेपी ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। धनखड़ का कार्यकाल 11 अगस्त 2027 को पूरा हो रहा था। ऐसे में उनका अभी दो साल का कार्यकाल बाकी था।बीच में इस्तीफा देने पर मिलती है पेंशन? जगदीप धनखड़ ने संविधान के आर्टिकल 67 (A) के मुताबिक इस्तीफा दिया है। इस्तीफे के बाद भी उनको पेंशन मिलेगी। इसके अलावा उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी मिलती रहेंगी। 2018 के बजट के दौरान उपराष्ट्रपति की सैलरी 4 लाख रुपये महीने तय कर दी गई थी। इसी आधार पर उनको पेंशन भी मिल...
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