मुरादाबाद, फरवरी 23 -- मुजफ्फर नगर से आए मौलाना सय्यद मुजफ्फर हसनेन ने कहा कि रसूले करीम अहलेबेत की जिंदगी हमारे लिए नमूना ए अमल है। इल्म के बगैर तरक्की हासिल नहीं हो सकती है । नगर स्थित इमामबड़ा हजरत अबुतालिब में अरमान रजा की पत्नी नुसरत शमीम के चालीसवें की मजलिस को ख़िताब करते हुए कहा कि रसूले करीम ने हमें तालीम हासिल करने और वतन से मुहब्बत करने का पैगाम दिया है। इल्म के बगैर अजमते रसूल और अहलेबेत हमारी समझ में नहीं आ सकती है और बिना इल्म के तरक्की हासिल नहीं हो सकती। मां की आगोश बच्चे के लिए पहला मदरसा है इसलिए लड़कियों जरूर तालीम दिलाई जाए ताकि माशाअरे में बुराई न फैल सके, समाज से बुराई खत्म करनी है तो रसूल और अहलेबेत के बताए रास्ते पर चलना होगा। मजलिस मे गुलाम मेहंदी रिज़वी ने मरसिया पढ़ा और रईस अब्बास रिज़वी, अजहर अब्बास नकवी ने पेश ख़्वान...