मुरादाबाद, मई 2 -- चार करोड़ रुपये की लागत से कटघर के गुलाबबाड़ी में इलेक्ट्रिक शव दाह गृह बनकर तैयार हुए लगभग एक साल का समय बीत चुका है। इस अवधि में एक भी शव का अंतिम संस्कार यहां नहीं किया जा सका। इसका सबसे बड़ा कारण प्रचार-प्रसार का अभाव व लोगों की आस्था न होना माना जा रहा है। धार्मिक परंपराओं और सामाजिक मान्यताओं के चलते लोग इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में अंतिम संस्कार करने से परहेज करते हैं। नतीजा यह है कि शव दाह गृह में लगी अत्याधुनिक मशीनें अब कंडम होने लगी हैं। मशीनों के मेंटीनेंस में भी रुपये समय-समय पर खर्च किया जा रहा है। यहां तैनात कर्मचारी भी सुबह ड्यूटी करने के लिए पहुंचते हैं। शाम को बैरंग लौट जाते हैं। इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में एक ओर जहां शव के अंतिम संस्कार पर आने वाले खर्च में कमी आएगी वहीं दूसरी ओर परंपरागत तरीके के अंतिम सं...