गढ़वा, मार्च 10 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। सदर अस्पताल अव्यवस्थाओं का गढ़ बनता जा रहा है। आए दिन कभी ओपीडी में तो कभी इमरजेंसी में चिकित्सकों की अनुपस्थिति की शिकायतें मिलती रहती हैं। रविवार को भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब इलाज के लिए आए परिजनों को करीब 40 मिनट तक इधर-उधर भटकना पड़ा। बिरेंद्र कोरवा का 5 माह का पुत्र दीपक कोरवा बीमार था। उसे इलाज के लिए परिजन सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में अव्यवस्था के कारण कभी स्टाफ एसएनसीयू भेजने की बात कहता तो कभी एसएनसीयू का स्टाफ इमरजेंसी में दिखाने की सलाह देता। ऐसे में बच्चे के परिजन बच्चे को गोद में लिए अस्पताल परिसर में भटकते रहे। उस समय एसएनसीयू में चिकित्सक शिशिर चंद्राकर की ड्यूटी थी जबकि स्टाफ सुषमा और रुचि तैनात थीं। जब परिजनों ने डॉक्टर के बारे में पूछा तो स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर भर्ती ब...