गोरखपुर, जून 27 -- गोरखपुर। 26वीं वाहिनी पीएसी में कार्यरत आरक्षी चालक की मां के इलाज की फाइल को पांच महीने तक दबाए रखने पर दो बाबुओं को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, पहले सिपाही पर ही कार्रवाई हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, आरक्षी चालक के पद पर तैनात नवनीत मिश्रा ने अपनी माता के इलाज में 35,166 खर्च किए थे। नियमानुसार उन्होंने इलाज का बिल और फॉर्म फाइल बनाकर कार्यालय में जमा कर दिया, लेकिन लिपिक प्रदीप कुमार सिंह और प्रधान लिपिक नवनीत कुमार ने पांच महीने तक फाइल पास नहीं की। जब आरक्षी ने बार-बार उनसे अनुरोध किया तो दोनों बाबुओं ने न सिर्फ टालमटोल की, बल्कि बाद में उसके खिलाफ अभद्रता का आरोप लगाकर उसे ही दंडित करा दिया। पीड़ित ने यह मामला एडीजी पीएसी के संज्ञान में लाया। उन्होंने तुरंत जांच कराई जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि लिपिकों ने फाइल को ज...