रामपुर, जून 17 -- मौला-ए-कायनात हजरत अली के जश्ने ताजपोशी पर महफिल हुई। इमामबाड़े को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया। महफिल का आगाज तिलावते कुरआने मजीद से मिर्जा मोहम्मद हैदर सहरी ने किया। इसके बाद देर रात तक शायरों ने अपने कलाम पर खूब वाहवाही लूटी। महफिल के बाद लोगों ने खुशी में आतिशबाजी छोड़ी और मिठाइयां बांटी। ऑल इंडिया सहर रामपुरी मेमोरियल एकेडमी के तत्वावधान में हुई महफिल का आगाज तिलावते कुरआन मजीद से होने के बाद अम्मार रिज़वी ने हदीस ए किसा की तिलावत की। इसके बाद निज़ामत कर रहे अब्बास हैदर सहरी ने मौरावा से आए राशिद मौरानवी को दावत दी। उन्होंने कहा नमाज़े विलायत अदा हो रही है। मुख़ालिफ़ जमाअत ख़फ़ा हो रही है ह। इसके बाद फाखरी मेरठी ने कहा बुग़ज़े ग़दीर है तो जहन्नुम में जाइए। दुश्मन वही इकठ्ठा है सारे ग़दर के। बलरामपुर से आए सलीम ब...