लखनऊ, मई 5 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में डिस्टिक रेजीडेंसी प्रोग्राम (डीआरपी) के तहत तैनात डॉक्टर ड्यूटी करने में कोताही बरत रहे हैं। ज्यादातर डॉक्टर इमरजेंसी में ड्यूटी करने से कतरा रहे हैं। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर (ईएमओ) के भरोसे मरीज रहते हैं। बदइंतजामी से नाराज ईएमओ ने अस्पताल प्रशासन से डीआरपी डॉक्टरों की शिकायत की है। बलरामपुर अस्पताल की इरमजेंसी में 45 से अधिक बेड हैं। 24 घंटे में 120 से अधिक मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। जबकि इमरजेंसी ओपीडी में बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। जिन्हें प्राथमिक इलाज मुहैया कराकर घर भेज दिया जाता है। इमरजेंसी में मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए डीआरपी डॉक्टरों की तैनाती की जाती है। प्रत्येक पाली में दो डीआरपी की तैनाती की जात...