नई दिल्ली, मई 19 -- बच्चों का भविष्य काफी हद तक उनके बचपन पर भी निर्भर होता है। क्योंकि बचपन में ही उनकी कई आदतों की नींव रखी जा चुकी होती हैं और इन आदतों को गढ़ने में सबसे अहम भूमिका होती है मां-बाप की। मां-बाप का ही यह फर्ज होता है और जिम्मेदारी भी कि वो बच्चों को सही-गलत का फर्क सिखाएं। बच्चों को जब जरूरत हो तो उनका सपोर्ट भी करें और उनकी गलती पर उन्हें रोकें भी। कुल मिलाकर कहें तो पैरेंट्स को पता होना चाहिए कि कहां बच्चों को प्यार और सपोर्ट देना है और कहा नहीं। एक बाउंड्री का तय होना बहुत जरूरी है, ताकि बच्चों को सही रास्ता दिखाया जा सके। वरना बचपन में शायद ये आदतें उतना नुकसान ना करें लेकिन बच्चों के भविष्य पर ये नकारात्मक असर डाल सकती हैं। यहां हम ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में बात कर रहें हैं,जिनमें आपको बच्चे का सपोर्ट बिल्कुल भी नह...