नई दिल्ली, जून 9 -- आरबीआई ने जिस तरह रेपो रेट में आधा प्रतिशत (50 बेसिस पॉइंट्स) की कटौती की है, उसके बाद अब बैंक भी अपने कर्ज देने की दरें (लेंडिंग रेट्स) कम कर रहे हैं। खासकर सरकारी बैंक इसकी अगुवाई कर रहे हैं। मजे की बात ये है कि इस बार पुराने कर्जदारों को नए कर्जदारों के मुकाबले ज्यादा फायदा मिल सकता है। क्योंकि, बैंक होम लोन पर जो 'अतिरिक्त चार्ज' (स्प्रेड) लगाते हैं, उसमें बदलाव कर सकते हैं। पहले से ही बाजार में हिस्सा बढ़ाने की होड़ में ये दरें काफी कम थीं।किन बैंकों ने क्या किया? बैंक ऑफ बड़ौदा: अपनी रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में आधा प्रतिशत की कटौती की है, जो 7 जून से लागू हो गई। अब उसकी RLLR 8.15% है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB): अपनी RLLR को आधा प्रतिशत घटाकर 8.35% कर दी है (9 जून से), लेकिन उसने अपनी एमसीएलआर (MCLR) दरें नहीं...