नैनीताल, अगस्त 31 -- उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित नंदा-सुनंदा देवी के मंदिर और उनके ऐतिहासिक मेले को लेकर वर्षों से स्थानीय श्रद्धालुओं में गहरी आस्था है। हर साल की तरह नैनीताल में नंदा-सुनंदा मेला चल रहा है। मां नंदा-सुनंदा मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं ने 31 अगस्त को मूर्तियों के दर्शन किए। स्थानीय मान्यता है कि नंदा-सुनंदा देवी को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र का संरक्षक हैं। इन मूर्तियों को बनाने में विशेष तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है। लोगों में विश्वास है कि मूर्तियां खुद ही अपना स्वरुप लेती हैं, कभी हंसी तो कभी दुख। मूर्तियों का यह भाव आने वाले समय और आशीर्वाद को दर्शाता है।मूर्तियां बनाने की अनोखी परंपरा नंदा-सुनंदा देवी की मूर्तियां कदली वृक्ष से बनाई जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार, कदली वृक्ष या केले का...