कुशीनगर, अक्टूबर 27 -- दीपक पांडेय कुशीनगर। छठ महापर्व के खरना दिन सलेमगढ़ के समीप हुए हादसे ने आठ साल पूर्व के जख्मों को ताजा कर दिया है। वर्ष 2019 में बस ने चार लोगों को कुचल कर जान ले ली थी। वहीं 2017 में हुए सड़क हादसे में तीन श्रद्धालुओं की नहाय खाय के दिन जान जा चुकी है। पिछले एक दशक में दो दर्जन से अधिक लोगों की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। दीपावली व छठ समेत विभिन्न त्योहारों पर जल्दी पहुंचाने के चक्कर में फोरलेन पर बस संचालकों की मनमानी के कारण जान जा रही है। इससे बस में सवार यात्रियों समेत कुशीनगरवासियों में आक्रोश है। नई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के विभिन्न स्थानों सहित उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद एवं नोएडा से बिहार प्रांत के विभिन्न स्थानों सहित असम, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों तक आवागमन करने वाली तेज रफ्त...