प्रतापगढ़ - कुंडा, जुलाई 23 -- कुंडा, संवाददाता। देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महान क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम अमर हो गया है। यह बातें तहसील में आयोजित चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर मार्ल्यापण करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता वीपी मौर्या ने कहीं। उन्होंने कहा कि बचपन में अंग्रेजों ने चंद्रशेखर आजाद को 15 कोड़े मारने की सजा दी थी। तभी उन्होंने संकल्प लिया था कि अब अंग्रेजों के हाथ कभी नहीं लगेंगे। इसी संकल्प को पूरा करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने 27 फरवरी 1931 को पुलिस से घिरने के बाद भी अल्फ्रेड पार्क प्रयागराज में खुद को गोली मार ली और शहीद हो गए। इस मौके पर अधिवक्ता संदीप मौर्या, उमाकांत निर्मल, ओम प्रकाश त्रिपाठी, अरुण कुमार दूबे, अवनीश ओझा, लालचंद निर्मल, अजय कुमार, कैलाशकुमार, नीरज मौर्या, बुधराम प्रजापति, अखिलेश कुमार, मिठाई ला...