प्रयागराज, अगस्त 21 -- प्रयागराज, संवाददाता। सबद संवाद संस्था की ओर से गुरुवार को स्वराज भवन के सामने स्थित कार्यालय परिसर में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता इतिहासकार प्रो. हेरंब चतुर्वेदी ने कहा कि इतिहास सिर्फ घटनाओं का संग्रह नहीं है बल्कि यह एक राष्ट्र की पहचान है। उसकी संस्कृति और उसके मूल्यों का दर्पण है। इतिहास को केवल उन्हीं साक्ष्यों और संदर्भों के आधार पर लिखा जाना चाहिए जो उपलब्ध हैं। ऐसे में जब नए साक्ष्य व प्रमाण मिलते हैं तो इतिहास को पुनर्व्याख्यायित करने की जरूरत होती है। प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि कुछ ताकतें अपने राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश कर रही हैं। किसी भी धारणा या विचारधारा के आधार पर इतिहास को बदलना न केवल अकादमिक रूप से गलत है बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों क...