इटावा औरैया, नवम्बर 16 -- महेवा विकास खंड के ‌ ग्राम पंचायत दाऊदपुर में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा अमृत महोत्सव के छठवें दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कंस वध, जरासंध युद्ध और श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह का वर्णन किया गया। कथा आचार्य सुनील कुमार शुक्ल के मुखारविंद से यह प्रसंग सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।विशेष रूप से श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह की झांकी ने सभी को खूब आनंदित किया। इस दौरान श्रोता भक्त बाराती बनकर झूम उठे। कथा के दौरान भक्तिमय संगीत ने भी श्रोताओं को आनंद से भर दिया। कथा व्यास सुनील कुमार शुक्ल ने कहा कि जो भक्तों के पापों का हरण कर ले, वही ''हरि'' है। उन्होंने यह भी बताया कि आस्था और विश्वास के साथ भगवत प्राप्ति आवश्यक है, जिसके लिए निश्चय और परिश्रम भी जरूरी है। कथावाचक ने भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो भक्त...