इटावा औरैया, नवम्बर 22 -- रसूले खुदा की इकलौती मज़लूमा बेटी फ़ातिमा ज़हरा की शहादत पर पांच दिवसीय मजालिसों का आयोजन शरीफ मंज़िल सैदबाड़ा इटावा में शुरू हो गया। मजलिस में बड़ी संख्या श्रद्धालुओं ने भाग लिया। शरीफ मंज़िल में पहली मजलिस का शुभारंभ सलीम रज़ा व सफीर हैदर ने सोजख्वानी से किया। अश्शू रिज़वी, सलमान रिज़वी ने कलाम पेश किए। तनवीर हसन ने नोहा ख्वानी की। मजलिस में तक़रीर करते हुये जनपद कानपुर से आये मौलाना फीरोज़ हैदर ने कहा अल्लाह फरमाया कि मोहम्मद न होते तो कायनात में कुछ न होता, पूरी कायनात मोहम्मद के सदके में बनाई। अल्लाह फिर फरमाता है कि अगर फ़ातिमा न होतीं तो न रसूल होते, न अली होते और न ही कायनात होती। मौलाना फीरोज़ हैदर ने कहा कि घर मे अगर ए.सी., कूलर, लाइटें लगीं हैं मगर बिजली कनेक्शन नहीं है तो सब बेकार हैं इसी तरह जब तक एहलेबैत की मोहब्...