इटावा औरैया, अक्टूबर 12 -- ऊसराहार में चल रहीं रामलीला का समापन शनिवार की देर रात रावण वध, विभीषण राज्याभिषेक और श्रीराम के अयोध्या लौटकर राज्याभिषेक की लीलाओं के मंचन के साथ हुआ। मंचन के दौरान पूरा मैदान जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। जैसे ही राम ने विभीषण के कहने पर एक साथ इकतीस वाण रावण को मारे रावण अचेत होकर गिर पड़ा। राम ने लक्ष्मण को रावण के पास भेजा और कहा रावण से बड़ा ज्ञानी पंडित कोई नही है, इसलिए आखिरी समय में रावण से कुछ ज्ञान अर्जित कर लो। रावण ने कहा आज के समय में जिसके साथ भाई नही है उसकी जीत संभव नही है। मेरी हार इसलिए हुई क्योकि मेरा भाई विभीषण मेरे साथ नही था जबकि राम के साथ भाई के रूप मे लक्ष्मण खड़ा था, इसलिए इस आधुनाकि युग मे सभी लोगों को अपने परिवार अपने भाई के साथ रहना चाहिए। रावण के वध के बाद विभीषण को लंका का राजा ब...