इटावा औरैया, जून 6 -- निर्जला एकादशी कई प्रमुख राजयोग में शुक्रवार को मनायी गयी। लोगों ने एकादशी का निर्जला व्रत रखा और शरबत वितरण के साथ खूब दान पुण्य भी किया। इस बार दो दिन एकादशी मनाई जा रही है। शनिवार को भी काफी संख्या में लोग एकादशी का निर्जला व्रत रखेंगे। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। एकादशी तिथि 6 जून को रात 2:15 पर शुरू हो गई थी जो 7 जून को सुबह 4:45 पर समाप्त होगी। निर्जला एकादशी पर इस साल रवि योग के साथ-साथ बुधादित्य, भद्रा महापुरुष व धन शक्ति योग जैसे राजयोग का निर्माण हुआ था। निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखने का विधान है। इस एकादशी पर पानी पीना भी वर्जित होता है। निर्जला एकादशी को भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ...