इटावा औरैया, दिसम्बर 21 -- मनुष्य को अपना धैर्य और सादगी कभी नहीं छोड़नी चाहिए। सच्ची मित्रता में गरीबी अमीरी व स्वार्थ का कोई स्थान नहीं है। प्रेम समर्पण व सादगी से ईश्वर की भी कृपा प्राप्त की जा सकती है। श्री वाल्मीकि मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के आज रविवार को व्यास पं. राहुल त्रिपाठी ने श्रोताओं को सीख दी। उन्होंने सुदामा चरित्र की कथा के दौरान कहा कि मित्र कृष्ण ने बिना बताए व बिन मांगे ही सुदामा की गरीबी दूर कर दी थी। आचार्य ने कहा कि कभी किसी का हिस्सा नहीं खाना चाहिए क्योंकि सुदामा ने बचपन में मित्र कृष्ण के हिस्से के चने चुपचाप खा लिए थे इसीलिए उन्हें गरीबी झेलनी पड़ी कथा परीक्षित बाबा रमेशानंद महाराज ,व्यवस्थापक अजब सिंह बघेल,रविंद्र भदौरिया, संदीप सिंह,जोधा सिंह बघेल व सुभाष गुर्जर आदि ने सभी श्रोताओं के प्रति कृतज्ञता व्...