इटावा औरैया, मई 11 -- चंबल नदी किनारे प्राचीन सिद्धश्री हनुमान मंदिर खटखटा आश्रम पर जारी श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन व्यासपीठ पर विराजमान भागवताचार्य राहुल त्रिपाठी रामी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं में श्रीकृष्ण के प्राकट्य उत्सव की बधाइयों से लेकर तृणावर्त, मिट्टी प्रेम, माखन चोरी, पूतना,बकासुर व धेनुकासुर वध, कालिया नाग का मर्दन, गोवर्धन धारण व 56 भोग व इंद्र का मान मर्दन आदि कथाएं श्रवण कराकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने भागवत कथा श्रवण का महत्व बताते हुए कहा कि मानव के मन मस्तक में सुविचार, ज्ञान, वैराग्य व प्रभु श्रीहरि से मिलन का मार्ग प्रशस्त होता है, कई जन्मों का पुण्य उदय होता हैं तभी कथा श्रवण करने का सुअवसर मिलता है। यदि भागवत कथा से प्राप्त शिक्षा पर अमल किया जाए तो कल्याण अवश्य संभव है ।
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