इटावा औरैया, नवम्बर 9 -- इटावा, संवाददाता। इष्टिकापुरी की पुण्यभूमि पर आयोजित 1108 कुण्डीय मृत्युंजय माँ पीतांबरा महायज्ञ के तृतीय दिवस के सभी कार्यक्रम रविवार को विधि-विधानपूर्वक संपन्न हुए।यज्ञ का पंचांग पूजन, वेदी पूजन एवं मंडप प्रवेश संस्कार संपन्न हुआ जो किसी भी महायज्ञ की आत्मा को प्रतिष्ठित करने के लिए अत्यंत आवश्यक एवं पवित्र कर्म माने गए हैं। पंचांग पूजन के माध्यम से आज के शुभ ग्रह-नक्षत्रों की कृपा का आह्वान किया गया, जिससे यज्ञ का प्रत्येक क्षण देवत्व से युक्त रहे। वेदी पूजन के द्वारा यज्ञ के केंद्र बिंदु अग्नि वेदी को देवमय किया गया, ताकि वहाँ बैठकर उच्चारित हर मंत्र हर आहुति सीधे सृष्टि के कल्याण में परिवर्तित हो सके। वहीं मंडप प्रवेश के संस्कार के साथ इस यज्ञशाला में देवशक्ति का वास्तविक प्रवेश हुआ । यह क्षण वह था जब यज्ञशाल...